अब भद्रावती में यात्रा होगी और भी सुखद! जानिए खासियतें नई धर्मशाला की
आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई धर्मशाला
भद्रावती में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रस्ट मंडल ने नई धर्मशाला बनाने का निर्णय लिया है। यह धर्मशाला आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी, जिसमें 121 डीलक्स कमरे, 10 सूट कमरे, 2 लिफ्ट, 600-700 लोगों के बैठने के लिए हॉल और सभी कमरों में आधुनिक बाथरूम और एयर कंडीशनिंग शामिल हैं।
तीर्थ क्षेत्र भद्रावती में कुल ५ धर्मशालाएँ है । बुकिंग हेतु निम्नलिखित डाइल करे। 07175-266030, 07175-267030, 9850116799
आदिनाथ धर्मशाला
श्री आदिनाथ धर्मशाला में यात्रियों के सुविधांओ के लिये कुल ४६ कमरे है जिसमें २६ ए.सी. एवं २० एअर कूल्ड कमरे है |
नूतन धर्मशाला
श्री नूतन धर्मशाला में यात्रियों के सुविधांओ के लिये कुल ५० एअर कूल्ड कमरे है |
चंद्रप्रभू धर्मशाला
श्री नूतन धर्मशाला में यात्रियों के सुविधांओ के लिये कुल ३२ एअर कूल्ड कमरे है |
शांतिनाथ धर्मशालाा
री शांतिनाथ धर्मशाला में यात्रियों के सुविधांओ के लिये कुल २० एअर कूल्ड कमरे है |
पद्मप्रभु धर्मशाला
श्री पद्मप्रभु धर्मशाला में यात्रियों के सुविधांओ के लिये कुल ७ एअर कूल्ड कमरे है |
सुख-सुविधाएँ
उद्यान
मंदिर परिसर के मध्य भाग में स्थित नयनाभिराम उद्यान अपनी हरियाली से मनमोह लेता है । इसके अलावा मंदिर परिसर में पर्यावरण की दृष्टि से पुष्पोंद्यान एवं फलोद्यान परिसर की आभा में चार चाँद लगते है ।
औषधालय
औषधालय का उद्घाटन मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री श्री पं. रविशंकर शुक्ल द्वारा किया गया | वैद्यराज के निगरानी में निशुल्क निदान एवं औषधि वितरित की जाती है |
विचक्षण क्रिया मंडप
परमपूज्या साध्वी श्री मणिप्रभाश्रीजी की प्रेरणा से क्रिया मंडप का निर्माण किया गया।
श्री पार्श्वनाथ सेवा सदन
सन १९९०,में इस विशाल हॉल का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ | हॉल के पीछे एक बडा रसोईघर भी है |ट्रेन अथवा बसो से आनेवाले यात्रींओ के ग्रूप की आवास तथा भोजन की व्यवस्था में इस सदन में की जाती है | धार्मिक आयोजनो जैसे उपधान, आयंबिल, ओली, जन्मकल्यानक जैसे महोत्सवो पर इस हॉल की बहुत उपयोगिता रहती है
विचक्षण स्वाध्याय भवन (उपाश्रय)
परमपूज्या साध्वी श्री मणिप्रभाश्रीजी की प्रेरणा से,गुरूवर्या स्व.विचक्षणश्रीजी म.सा. की स्मृति में विचक्षण स्वाध्याय भवन का निर्माण किया गया ।
भोजनशाला
श्रध्दालु यात्री निश्चिंत होकर प्रभू भक्ती कर सके ऐसा विचार करके भोजन व्यवस्था के लिये एक विशाल भोजन हॉल का निर्माण किया गया है । भारतवर्ष में कुछ ही तीर्थ ऐसे है जहाँ भोजन निशुल्क कराया जाता है, उसी कड़ी में भद्रावती तीर्थ शामील है जहाँ कई वर्षों से निशुल्क भोजन व्यवस्था है ।